Friday, September 2, 2011

आहट


आहट 

शाम है, तन्हाई है, और किसी के आने की आहट
उनकी राहों में महकती यादों की आहट,
सुगन्धित झरोखों में क़दमो की आहट ,
यह आहट है दिल के तड़पने की आहट 

उनके दीदार को मचलने की आहट ,
यह हुस्न से नहीं  रूह से मिलने की आहट,
यह आहट है उनके तड़पने की आहट 

ख़्वाबों में आते हैं,लेके घटाओं की आहट ,
निगाहोनो से चमकती बिजली की आहट,
नूर की बारिश में नहाने की आहट,
यह आहट है हमारे मिलने की आहट 

                       ____ संकल्प सक्सेना 

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